आर्मी चीफ मनोज पांडे भारतीय सैन्यकर्मी हैं, जिन्होंने विभिन्न प्रमुख पदों पर भारतीय सेना की सेवा की है। जनवरी 2022 में, उन्हें सेना के उप-प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था, और अप्रैल 2022 में, वे 29 वें सेनाध्यक्ष बने।
आर्मी चीफ मनोज पांडे जीवनी: मनोज पांडे का जन्म रविवार 6 मई 1962 को हुआ था ( उम्र 60 साल; 2022 तक ) नागपुर में। उनकी राशि वृषभ है। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में शामिल हो गए। एन.डी.ए के बाद, वह भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में शामिल हो गए। अपने करियर के दौरान, वे उच्च अध्ययन के लिए स्टाफ कॉलेज, केम्बरली (यूके) गए। इसके बाद उन्होंने आर्मी वॉर कॉलेज, महू (भारत) और नेशनल डिफेंस कॉलेज, नई दिल्ली में उच्च कमान का कोर्स किया।
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जनरल मनोज पांडे बायोग्राफी | General Manoj Pande Biography in Hindi
पूरा नाम | मनोज चंद्रशेखर पांडे |
अभिभावक | पिता – डॉ सी जी पांडे |
सेवा/शाखा | भारतीय सेना |
पद | जनरल |
सेवा के वर्ष | दिसंबर 1982 -वर्तमान |
इकाई | बॉम्बे सैपर्स कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स |
आदेश | पूर्वी कमान अंडमान और निकोबार कमांड IV कोर 8 माउंटेन डिवीजन 52 इन्फैंट्री ब्रिगेड 117 इंजीनियर रेजिमेंट |
पुरस्कार | परम विशिष्ट सेवा मेडल अति विशिष्ट सेवा मेडल विशिष्ट सेवा पदक थल सेनाध्यक्ष प्रशस्ति और जीओसी-इन-सी प्रशस्ति दो बार |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
जीवनसाथी का नाम | अर्चना सालपेकर (Archana Salpekar – Lt. Gen. Manoj Pande Wife) |
आर्मी चीफ मनोज पांडे जीवनी: प्रारंभिक जीवन, परिवार, विवाह और शिक्षा
परिवार
सेना प्रमुख मनोज पांडेय जी का परिवार | Army Chief Family
सेना प्रमुख मनोज पांडे, फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर सी जी पांडे के बेटे हैं। उनकी माता, प्रेमा पांडे, ऑल इंडिया रेडियो (एयर) में एक प्रसिद्ध होस्ट थीं। मनोज पांडेय जी के छोटे भाई केतन ब्रुनेई में रहते है, और उनके सबसे छोटे भाई संकेत भी भारतीय सेना में सेवा दे रहे है, जो कर्नल के पद पर कार्यरत है।
सेना प्रमुख मनोज पांडेय की पत्नी | Wife of Army Chief Manoj Pande
आर्मी चीफ मनोज पांडेय जी की पत्नी स्वर्ण पदक विजेता अर्चना सालपेका जी है और वह एक गृहिणी हैं।
आर्मी चीफ मनोज पांडेय जी का करियर | Career of Army Chief Manoj Pande
अपने सफलता से भरे जीवन में, उन्होंने कई उग्रवादी और आतंकवादी अभियानों में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया, और वो भी भारत के सभी राज्यों में। 1982 दिसंबर में, मनोज पण्डे जी ने कोर ऑफ़ इंजीनियर्स में कमान संभाली, जिसके कुछ समय बाद, उनको जम्मू और कश्मीर में ऑपरेशन पराक्रम के वक़्त 117 इंजीनियर्स रेजिमेंट की कमान सौपी गई। मनोज पांडेय जी को स्टाफ कॉलेज के बाद, उन्हें ईस्टर्न कमांड में ब्रिगेड मेजर के पद पर नियुक्त किया गया।
मनोज पांडेय जी को लेफ्टिनेंट कर्नल पद पर इथियोपिया और इरिट्रिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन में मुख्य अभियंता की कमान सौपी गयी थी। उन्होंने ए.ए.न.आई आर्मी वॉर कॉलेज में उच्च कमांड कोर्स पूरा किया और उसके बाद उन्हें मुख्यालय 8 माउंटेन डिवीजन में कर्नल क्यू का पदभार सँभालने के लिए दिया गया। उसके बाद मनोज पण्डे जी को ब्रिगेडियर पद में पदोन्नत करा गया। उन्होंने दिल्ली से नेशनल डिफेंस कॉलेज में उच्चकमान कोर्स पूरा किया और उसके बाद उन्होंने ईस्टर्न कमान के मुख्यालय में ब्रिगेडियर जनरल स्टाफ ऑपरेशंस के रूप में पदभार संभाला। बाद में मनोज पण्डे जी मेजर जनरल रैंक में पदोन्नत हुए और फिर उसके बाद अंत में लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर नियुक्त हुए|
जनरल मनोज पण्डे जी को लेफ्टिनेंट जनरल पोडाली शंकर राजेश्वर की स्थान पर अंडमान और निकोबार कमांड (CINCAN) का 15वां कमांडर-इन-चीफ बनाया गया।
जनरल मनोज पांडे : सेनाध्यक्ष के रूप में नियुक्ति
18 जनवरी 2022 को, जनरल मनोज पांडे को लेफ्टिनेंट जनरल चंडी प्रसाद मोहंती के स्थान पर भारतीय सेना का उप-प्रमुख नियुक्त किया गया। 18 अप्रैल 2022 को 29वें सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे के रूप में नियुक्त किया गया। जनरल मनोज पांडे ने आधिकारिक तौर पर 30 अप्रैल 2022 से सेना प्रमुख के पद का कार्यकाल संभाला।
तथ्य / सामान्य ज्ञान
- जब से मनोज पांडेय जी ने 8 माउंटेन डिवीजन के कमांडर का पद संभाला तब से इंजीनियरिंग से संबंधित सेना के अधिकतर उच्च ऊंचाई वाले कार्यो के लिए नियुक्त किया जाने लगा था।
- भारत के बहुत लोग आर्मी चीफ मनोज पांडेय जी को 1999 के कारगिल युद्ध में शहीद हुए कप्तान मनोज कुमार पांडेय जी के रूप में समझ लेते है।